इसे repeat करते हुए नया भाव जोड़ें – “मैं सुरक्षित हूं” अपने डर को शब्द दो, उसे समझो और स्वीकार करो। खुद से ये सवाल करें: अगर ये सब करने के बावजूद भी आपको खुद में फर्क नज़र नहीं आता तो आप एक बार किसी अच्छे चिकित्सक से जरूर संपर्क https://baglamukhi49371.blogitright.com/38754227/examine-this-report-on-fear-aur-dar-ko-kaise-jeetein-tantrik-upay-divya-sadhana